राज्यसभा चुनाव: आसान नहीं है कांग्रेस की राह, पी चिदंबरम से लेकर गुलाम नबी आजाद तक के नाम पर ठनी रार

क्या उदयपुर नव संकल्प शिविर में किए गए निर्णयों को कांग्रेस लागू कर पाएगी? कम से कम मौजूदा राज्यसभा चुनाव में इसकी उम्मीद बहुत कम है। क्योंकि, पार्टी के पास राज्यसभा सीट कम और दावेदार ज्यादा हैं। वहीं, पार्टी को एकजुट रखने के लिए पार्टी नेतृत्व पर कई वरिष्ठ नेताओं को राज्यसभा भेजने का दबाव है। ऐसे में पार्टी के लिए युवा नेताओं को राज्यसभा भेजना आसान नहीं है। कांग्रेस के पास राज्यसभा के दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है। सभी नेता दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी तरफ, सहयोगी दल भी कांग्रेस को आंख दिखा रहे हैं। झारखंड में जेएमएम ने अभी तक साफ नहीं किया है कि प्रदेश सरकार में शामिल कांग्रेस को सीट देने के लिए तैयार है। इस निर्णय के लिए जेएमएम ने 28 मई को अपने विधायकों की बैठक बुलाई है। इससे कांग्रेस की नाराजगी बढ़ी है। झारखंड में जेएमएम से तकरार इसके बीच, झारखंड से राज्यसभा के लिए दावेदार लगातार अपनी पैरवी कर रहे हैं। पार्टी नेतृत्व झारखंड से किसी केंद्रीय नेता को राज्यसभा भेजना चाहता है। इस दौड़ में पार्टी महासचिव अजय माकन भी शामिल है। वहीं, झारखंड से ताल्लुक रखने वाले अजॉय क...