क्षेत्र में राशन माफिया सक्रिय अधिकारी बने मूकदर्शक
शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में राशन दुकान संचालकों की मनमानी जारी पीओएस मशीन बनी लूट का अड्डा मंत्री के निर्देश भी हवा हवाई।
मुंगावली:- कोरोना काल में गरीबों को खाने की किसी भी तरह की समस्या न हो इसके लिए पीएम मोदी द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत निःशुल्क राशन भेजा जा रहा है। लेकिन बात को जाए मुंगावली ब्लॉक की तो यहां राशन माफिया फिर से हावी नजर आ रहे हैं और अधिकांश राशन दुकानों पर प्रति व्यक्ति 10 किलो राशन की जगह मात्र पांच किलो राशन ही वितरित किया जा रहा है। तो इससे भी चौकाने वाले आंकड़े तब नजर आते हैं जब ब्लॉक की अधिकांश राशन दुकानों में पिछले कुछ महीनों में हजारो क्विंटल स्टॉक बताया जा रहा था जिसके चलते कई दुकानों पर नवीन आवंटन शून्य आया क्योकि सेल्समैनों के द्वारा राशन बांटा ही नही गया जिसके चलते नवीन आवंटन पर रोक लगा दी गई और उसके बाद अधिकांश दुकानदारों के द्वारा पीओएस मशीनों में झूठे आंकड़े फीड कर दिए हैं जिसके चलते यहां नवीन आवंटन हो गया है लेकिन अभी भी लगभग दस दुकानों पर सैकड़ों क्विंटल आवंटन शेष बता रहा है जबकि धरातल पर कुछ है ही नही क्योकि राशन माफियाओं ने उसको ब्लैक कर दिया है।
मंत्री के निर्देश के बाबजूद नही हुई कार्रवाई:-
क्षेत्र में राशन माफिया कितने सक्रिय हैं उसका अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि पिछले दिनों खजुरिया के ग्रामीणों द्वारा राशन न मिलने से चककजाम कर दिया था और जब तहसीलदार पहुँचे थे तो पैरों पर गिरकर एक युवक रोता नजर आया था और वहीं ग्रामीणो द्वारा बाद में राज्यमंत्री ब्रजेंद्र सिंह यादव से रेस्ट हाउस में शिकायत की थी और उसके बाद राज्यमंत्री ने तत्काल जांच करके एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए थे और उसके बाद बहादुरपुर तहसीलदार और खाद्य अधिकारी ने जांच प्रतिवेदन बनाकर बरिष्ठ अधिकारियों को दिया लेकिन आज तक इस मामले मे कोई कार्रवाई नही की गई। यह एक मामला तो बानगी मात्र है इसके अलावा देखा जाए तो पिपरई, सेहराई, मल्हारगढ़, बहादुरपुर, अथाईखेड़ा, मदऊखेड़ी क्षेत्र की अधिकांश दुकानों के ऐसे ही हालात हैं।
आखिर क्यों नही हो रही माफियाओं पर कार्रवाई ?
दिखा जाए तो कुछ वर्ष पूर्व क्षेत्र में सक्रिय राशन माफियाओं पर शिकंजा कसा गया था लेकिन वर्तमान में क्षेत्र में राशन माफिया खूब फल फूल रहे हैं जिनको देखकर सवाल यही खड़ा होता है कि आखिर गरीबों के हक पर डांका डाल रहे इन माफियाओं पर प्रशासन के द्वारा क्यों कोई कार्रवाई नही की जा रही है जबकि तहसीलदार और खाद्य अधिकारी अपने जांच प्रतिवेदन में गड़बड़ी व अनियमित्ताओं का स्पष्ट उल्लेख कर रहे हैं।
आवंटन के अंतर ने माफियाओं को किया मालामाल:-
पीओएस मशीन को शासन द्वारा यह सोचकर लागू किया था कि इससे राशन माफियाओं पर अंकुश लगाया जा सकेगा लेकिन बात की जाए मुंगावली ब्लॉक की तो यहां पीओएस मशीन राशन माफियाओं के लिए किसी बरदान से कम नजर नही आ रही है। क्योंकि शासन स्तर से पीओएस मशीन में दर्ज स्टॉक काटकर दुकानों पर आवंटन भेजा जा रहा है जिसके चलते किसी दुकान पर सौ प्रतिशत किसी पर पचास तो किसी पर पच्चीस और किसी पर शून्य ही आवंटन भेजा जा रहा है। जिसके चलते आसपास के दुकानदारों द्वारा सहमति बनाकर कहीं ग्रामीणों को आधा अधूरा तो कहीं बिल्कुल ही राशन यह कहकर नही बांटा जाता की शासन से ही राशन नही आया ।
जांच हो तो सामने आएगा बड़ा घोटाला:-
क्षेत्र के लोगों द्वारा लगातार अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों व सीएम हैल्पलाइन तक शिकायतें की जा रही हैं जिसको देखकर कहा जा सकता है कि यदि ग्रामीणों की शिकायत पर थोड़ी भी गंभीरता से जांच कर ली जाए तो क्षेत्र में बड़ा राशन घोटाला सामने आएगा। और वह माफिया भी सामने आएंगे जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महती प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का राशन महीनों से लगातार डकार रहे हैं
इनका कहना है।
मैंने खाद्य अधिकारी के साथ खजुरिया राशन दुकान की जांच की थी और कई कमिया सामने आई थीं जिसके बाद अग्रिम कार्रवाई के लिए एसडीएम को प्रतिवेदन दिया था लेकिन क्या कार्रवाई हुई उसकी जानकारी हमको नही है।
सोनू गुप्ता तहसीलदार बहादुरपुर।
प्रतिवेदन अभी मेरे सामने नही आया है लेकिन मामले की जानकारी है इस पर मामला दर्ज जरूर होगा। वहीं क्षेत्र से लोगों द्वारा यदि शिकायत की जातीं है तो अवश्य ही कार्रवाई की जाएगी।
राहुल गुप्ता एसडीएम मुंगावली