कोरोना वैक्सीन के और करीब पहुंचे भारत-अमेरिका समेत कई दिग्गज देश, जानें- कहां तक पहुंची तैयारी?
नई दिल्ली, एजेंसी। दुनियाभर के तमाम देश इस वक्त कोरोना के कहर से गुजर रहे हैं। सभी देशों की सरकारें इस जानलेवा वायरस पर काबू पाने के लिए नित नए-नए कदम उठा रही हैं, लेकिन इसका स्थाई समाधान सिर्फ वैक्सीन ही है। इसी कारण सभी की निगाहें कोरोना वैक्सीन पर टिकी हैं। सभी देश इस दिशा में जोर-शोर से काम कर रही हैं। फिलहाल इस रेस में सबसे आगे अमेरिका नजर आ रहा है। अमेरिका की फाइजर वैक्सीन के तीन ट्रायल हो चुके हैं और यह 95 फीसद तक कारगर साबित हुई है। वहीं अमेरिकी मॉडर्ना वैक्सीन भी 94.5 फीसद प्रभावी साबित हुई है। ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड वैक्सीन भी ट्रायल में काफी असरदार साबित हुई है। आइए आपको बताते हैं, कौन-से देश में वैक्सीन को लेकर कैसी चल रही तैयारी-
अमेरिका में अगले महीने लगेगा कोविड-19 का पहला टीका
ट्रायल के अंतिम चरण में मॉडर्ना वैक्सीन
एक अन्य अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन के भी सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं। यह वैक्सीन 94.5 फीसद तक असरदार पाई गई है। वैक्सीन अपने तीसरे दौर के ट्रायल में है। इसके स्टोरेज के लिए -20 डिग्री सेल्सियस के तापमान की कोल्ड चेन बनाए रखने की जरूरत होगी। भारत भी इस वैक्सीन के लिए मॉडर्ना कंपनी से संपर्क में है।
कोरोना वायरस के खात्मे के लिए माने जाने वाली सबसे प्रभावी वैक्सीन फाइजर का टीका अगले महीने 11-12 दिसंबर को लगाया जा सकता है। अमेरिकी फार्मास्यूटिकल कंपनी फाइजर ने जर्मनी की बायोएनटेक के साथ मिलकर यह वैक्सीन तैयार की है। बता दें कि फाइजर द्वारा निर्मित वैक्सीन 95 फीसद तक असरदार है और यह पहली ऐसी वैक्सीन है जिसने थर्ड फेज के ट्रायल के नतीजे जारी किए हैं।